मेरे अरमान.. मेरे सपने..


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बुधवार, 14 अप्रैल 2021

मोहब्बत का पंचनामा

तुम कहते हो---
तुम्हें फ़ूलों से मोहब्बत है!
पर जब फूल खिलते हैं----
तो तुम उन्हें तोड़ लेते हो!!

तुम कहते हो----
तुम्हें बाऱिश से मोहब्बत है!
पर जब  बारिश होती है ----
तो तुम छाता खोल लेते हो!!

तुम कहते हो----
तुम्हें हवाओं से मोहब्बत है!
पर जब हवा चलती है---
तो तुम खिड़कियाँ बंद कर लेते हो!!

मुझे उस वक़्त ओर डर लगता है,
जब तुम कहते हो---?
“मुझे तुमसे मोहब्बत है” 
-- -- -- -- -- -- -- -- --????
---दर्शन के दिल से💝