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मंगलवार, 24 अक्तूबर 2023

कश्मीर फ़ाइल भाग 1

कश्मीर -फाईल ★भाग 1
यात्रा की रूपरेखा।।
~~~~~~~`~💝

1Sep 2023

4 मई 2023 को मैंने एक ग्रुप के साथ अपनी कश्मीर यात्रा की रूपरेखा बनाई।
कश्मीर कैसा होगा?
कश्मीर वैसा होगा?
कहीं आतंकी मिल गए तो?
हमको किसी हिजबुद्दिन ग्रुप ने पकड़ लिया तो?
खर्चा कितना होगा?
अकेले जाये या ग्रुप के साथ?
जैसे अनेक सवाल मेरे ज़ेहन में घूमने लगे। फिर शुरू हुआ कश्मीर से सम्बंधित यू टियूब के सीरीज देखने का सिलसिला। तभी हमारे ग्रुप घुमक्कड़ी दिल से" पर इस यात्रा की काफी चर्चा हुई ।सारी  चर्चा मैंने स्टार कर ली और अप्रैल में हमारे ग्रुप के मेम्बर सन्दीपजी जब कश्मीर की यात्रा सकुशल कर आये तो दिल के सारे भ्रम भी खत्म हो गए। अब मन पक्का बना लिया कि चाहे कुछ भी हो जाये, मुझे कश्मीर जाना ही है।
मन पक्का बनाकर सबसे पहले मिस्टर को जम्मू का फ्री-पास (रेल्वे) लाने को तैयार किया ।एक काम खत्म हुआ।अब पक्की मोहर लग गई कि अब कश्मीर जाना ही हैं।
सारी इन्क्वारी इक्क्ठा करने में मेरी,सबसे ज्यादा मदद मेरे ग्रुप वाले घुमक्कड़ी दिल से के मेम्बरों ने की जिनका दिल से आभार हैं ।स्पेशली प्रतीक गांधी आशीष और संदीप शर्मा ने काफी अच्छे ढंग से समझाया ओर एक रूपरेखा भी बनाकर पकड़ा दी।
उन्हीं दिनों  प्रतीक ने मुझे एक ग्रुप के बारे में बताया जो इंदौर से काफी कम बजट में कश्मीर घुमाता हैं।मैंने उस ग्रुप के मालिक दीपक जी से  बात की ओर उनका ऑफर मुझे इतना पसंद आया कि अपना ओर मिस्टर का नाम लिखवा कर ग्रुप ज्वाइन कर लिया।
उनका ग्रुप 16 मई को निकल रहा था 20 लोग हो गए थे तो मैंने भी 16 मई का टिकिट बुक करवा लिया।
पर होनी को कुछ और ही मंजूर था। ओर शायद मेरा दाना पानी अभी कश्मीर में नही था क्योंकि अचानक छोटी बेटी ने ऐलान कर दिया कि वो अपनी पहली डिलवरी मेरे घर करने आ रही हैं। वैसे उसकी डिलवरी की डेट 1 जून थी पर उसने मुझे 16 मई को बाहर जाने के लिए साफ मना कर दिया।
अब, मरता क्या करता! मैंने अपने आंसुओ को पीकर बेटी की खुशी में अपनी खुशी मिलाकर अपना प्रोग्राम केंसिल कर दिया। कोई नी, फिर चलेगे।।कश्मीर किधर भागा जा रहा हैं।☺️
16 मई को दीपक भाई की टीम खूब मजे करके, बर्फ में खेलकर वापस इंदौर आ गई ।
पास निकला हुआ था 5 महीने तक वेलिट था  तो चिंता की कोई बात नही थी।जून में बेटी को बेटा हुआ और सवा महीने बाद वो अपने ससुराल लौट गई। फिर पोते का पहला बर्थडे निपटाकर मैं अगस्त में फ्री हुई और अब मैंने 22 अगस्त का प्रोग्राम बनाया । ओर इंतजार करने लगी।पर तब बारिश बहुत थी। सारा कुल्लू,मनाली,पँजाब जलमग्न था तो क्यो रिश्क ले और इस बार भी टिकिट केंसिल हुए।
हमारे रेल्वे के पास पर आप 2 बार टिकिट केंसिल करवा कर तीसरी बार यात्रा कर सकते हो।
तो फिर से तीसरी बार मैंने 1 सेप्टेंबर का रिजर्वेशन करवाया।अब तक मैं बहुत बोर हो चुकी थी।इस बार कोई ग्रुप भी नही जा रहा था।मुझे अकेले ही यात्रा पर निकलना था।मैंने भगवान का नाम लिया और 1 सेप्टेंबर को दिन के 11 बजे की जम्मूतवी एक्सप्रेस जिसे अब स्वराज्य एक्सप्रेस कहते है उससे कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़ी।
बहुत इंतजार के बाद आखिर वो घड़ी आ ही गई जिसका मुझे इंतजार था।
मन में जोश हिलोरे ले रहा था।कश्मीर में फिल्माए कई फिल्मी गीय आंखों में नाच रहे थे और मैंने सुबह 10 बजे ही स्टेशन पर पहुचकर दम लिया☺️
शेष अगले एपिसोर्ट में🙏











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