साँसों का बंधन /
दिल की कराहें /
काँटों का बिछौना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें .....?
आँखों का रोना /
दिल का तडपना /
रातो को जगना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें .....?
अपनों से बिछड़ना /
अपनों के लिए रोना /
फिर खुद ही संभलना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें ......?
कलेजे से लगाना /
फिर दूर हटाना /
खुद के हाथो ही बिजली गिरना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें ...... ?
रस्ते से गुजरना /
आवाजे लगाना /
उसका यू खिड़की पे आना /
मुझे तांककर कतरा जाना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें ....?
अपना बनाना /
हासिल करना /
मोहब्बत जताना /
फिर धोखा खाना /
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें .....?
ऐसी जिन्दगी तो चाही नहीं थी मैनें ....?
5 टिप्पणियां:
ऐसी जिंदगी कोई नहीं चाहता, पर क्या करे होगा वोही जो उपर वाले को मंजूर हो....बस हम कहते रह जाते हैं की ऐसी जिंदगी तो चाही नहीं थी मैंने...| यही हैं चलती का नाम गाड़ी....
बहुत बढ़िया और भावनाओं को व्यक्त करती रचना....धन्यवाद
शब्दों की अनवरत खुबसूरत अभिवयक्ति...... .
भावनाओं को शब्दों में खूबसूरती से बांधा है...
अति सुन्दर....
बस एक ही शब्द ''दर्द ही दर्द ''
Bhawanao ki sundar abhivyakti ....
http://ehsaasmere.blogspot.in/
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