ये कौन चित्रकार हैं जो ____
पहाड़ों पर फैला रहा हैं
सफेद कोहरा -सा
मैदानों में हरित क्रांति -सी हैं
आसमान से बहती सुकुन की फुहारे
मेरे जिस्म-ओ जां को भिगो रही है।
ये कौन चित्रकार है जो____
हवा का रुख बदल देता हैं
चांदनी रात में सिमटकर
अपने बाजुओं को फैला
नींद के आगोश में
सारी कायनात को समेटे
भोर की लालिमा में
दम तोड़ देता हैं।
ये कौन चित्रकार हैं जो_____
नदी का रुख बदल देता है
पत्थर के सीने से लावा बहाकर
गली कूंचों में कीचड़ उड़ेल देता है।
ये कौन चित्रकार हैं जो ____
मांस के एक नन्हे से लोथड़े को दिल बनाकर,
उसमें सैकड़ों अरमान भर देता है ।
ये कौन चित्रकार हैं ____
ये कौन चित्रकार हैं।।।
---दर्शन के दिल से💝