" जन्म-दिन बहुत -बहुत मुबारक हो "
३१ मई जेस का पहला जन्म दिन
आज मेरी बिटियाँ जेस का जन्म दिन है--एक माँ उसे दुआओ के अलावा क्या दे सकती है ..
एक छोटी -सी कविता ..उसको समर्पित है..
" खुशबु के झोंके की तरह होती है बेटियाँ !
स्पर्श खुरदुरा हो तो रोती हैं बेटियाँ !
हीरा अगर हैं बेटा,तो मोती हैं बेटियाँ !
दो -दो कुलों को रोशन करती है बेटियाँ !
विधि का विधान है यही दुनिया की रस्म भी,
मुठ्ठी भरे नीर -सी होती हैं बेटियाँ !
कौन कहता है की बोझ होती हैं बेटियाँ ?
दो -दो कुलों की लाज को ढोती है बेटियाँ !
वो दिखे नही तो खलिश -सी चुभती हैं दिल मैं --
सामने गर आ जाए तो दिले -सुंकू होती हैं बेटियाँ !
कांटो की राह -गुजर पर खुद ही चलती रहेगी हर सो ,
अपनों के लिए फूल ही बोती है बेटियाँ !
शबनम की इक बूंद -सी होती हैं बेटियाँ !
स्नेह की तपस पाकर पिधलती है बेटियाँ !
" एक प्यार भरा उपहार बेटी को "
लीजिए केक भी हाजिर हैं ..कटने के इन्तजार मैं ..
"लीजिए लड्डू भी खाइए "
सभी ब्लोगर दोस्तों को पार्टी का आमंत्रण है ...आए और एंजाय करे .....