कश्मीर फाईल #भाग 3
जम्मू से श्रीनगर।3 सेप्टेंबर 2023
कल हमने जम्मू घूमकर रात आराम से गुजारी सुबह गुल्फम बने हम श्रीनगर को निकले।
अब आगे...
मैंने कश्मीर के लिए 8 दिन ओर 7 रातों का एक टूर पैकेज लिया है जो 41 हजार का है ।जिसमें कार,होटल और लंच व डिनर सम्मलित हैं। 5 हजार मैंने एडवांस दिया हैं।ये मैंने पहला टूर पैकेज लिया है।
जम्मू के होटल में ही ड्रायवर अजीत हमको लेने आ गया और हम 9 बजे जम्मू से निकल पड़े।रास्ते मे हमने एक रेस्तरॉ में नाश्ता किया और आगे चल पड़े।
जम्मू से बनिहाल तक ट्रेन का ट्रैक बन रहा हैं ।सुरंगे खुद रही हैं , सड़क बन रही हैं।काम तेजी से हो रहा है।जल्दी ही हम जम्मू से डायरेक्ट श्रीनगर ट्रेन से पहुँच जायेगे। लेकिन उसके कारण रास्ता बड़ा ही खराब हो गया हैं ओर मिट्टी भी काफी उड़ रही हैं। जब हमारी गाड़ी बनिहाल से आगे निकली तब रास्ता सुहाना हुआ। दूर तक फैले पहाड़ ओर चावल के हरे भरे खेत दिखाई देने लगे जो देखने पर काफी दिलकश नजर आ रहे थे।छोटे छोटे सुंदर घर ,साफ सड़के ओर लम्बे पेड़ दिखने लगे।मेरी आँखें इन खूबसूरत नजारों से एक पल के लिए भी झपकी नही,सारी ख़ूबसूरती को मैं इन आँखों से ही पी रही थी।सबकुछ एक दिवास्वप्न -सा लग रहा था।
बनिहाल से श्रीनगर एक ट्रेन भी चलती हैं ।समर सीज़न में जब बर्फ गिरती हैं तो ट्रेन से सफर करना बहुत अच्छा लगता हैं।चारों ओर सफेद बर्फ ओर उसपर चलती लाल रंग की ट्रेन।
बनिहाल के आगे हमको 2 लम्बी सुरंग मिली जो करीब 9 km लम्बी थी। एक का नाम जवाहर सुरंग हैं जो पुरानी हैं ।दूसरी नई बनी हैं। चेनानी – नैशारी सुरंग' यह NH-44 पर बनी सबसे लंबी सुरंग हैं । इसके बनने से जम्मू और श्रीनगर की 2 घण्टे की दूरी कम हो गई हैं।मैंने आजतक इतनी लंबी सुरंग नही देखी जो खत्म होने का नाम ही नही ले रही थी।☺️मेरा तो दम ही घुटने लगा😂😂😂
कंजिगुड आते-आते माहौल एकदम आशिकाना हो गया मतलब हवा में भी ठंड़क हो गई थी और आसमान एकदम साफ और नील नीला था।यहाँ मैंने मिलिट्री के जवान हाथो मे रायफल लिए मुस्तेदी से खड़े हुए देखे। काफी मिलिट्री की गाड़ियां भी दिखाई दी।ऐसी ऐसी गाड़ियां देखी जिन्हें सिर्फ कभी Tv पर 26 जनवरी की परेड में ही देखी थी।
श्रीनगर आने से पहले एक मिलिट्री जवान ने हमारी गाड़ी साईड में लगाने को बोला, थोड़ी देर में मैंने एक काफिला गुजरते हुये देखा जिसमे कई तरह की मिलिट्री गाड़िया थी जिस पर जवान खड़े हुए थे सबके हाथों में शस्त्र थे।मैंने तुरन्त अपना मोबाइल चला दिया ।बढ़िया वीडियो बनाने के लिए पर हाय री किस्मत🕵️ वीडियो बनी ही नही🤪 कैमरा तो चालू किया था पर स्टार्ट करना भूल गई।🤦
करीब 5 बजे हम श्रीनगर इंटर हो रहे थे। यहाँ काफी गर्मी लग रही थी।माहौल भी गर्म था। श्रीनगर में काफी चहल पहल थी।हमारी गाड़ी फेमस डल झील से होकर गुजर रही थी। झील में नावे चल रही थी जिसे शिकारा बोलते हैं उसमें बैठकर लोग बोट का आनन्द ले रहे थे।
डल लेक के नजदीक ही हमारा होटल था।हमारी गाड़ी हमारे होटल "हॉलिडे विला" में आकर रुकी ।अब 3 दिन हमारा यही बसेरा था। होटल काफी खूबसूरत था और लकड़ी का काम बड़ी बारीकी से हुआ था।
होटल में सामान रखकर थोड़ा फ्रेश हो, हम चल दिये श्रीनगर की फेमस डल झील की तरफ।ड्रायवर हमको छोड़कर चला गया।
डल झील पर काफी भीड़ थी। अभी थोड़ा दिन था ।हम एक राउंड घूमकर वही झील की बाउंड्री पे बेठ गए। झील में तैरते शिकारे बड़े सुंदर लग रहे थे।धीरे धीरे अंधेरा छाने लगा।और हाउसबोट रंगबिरंगी लाइटों से जगमगाने लगे।
हम भी काफी थक गए थे इसलिए एक ऑटो में बैठकर अपने होटल आ गए।नीचे डायनिग हाल में जाकर खाना खाया। दाल चावल एक सब्जी और चपाती थी। पेट भर खाकर ऊपर कमरे में आकर हम सो गए। कल हम दुधपत्री घूमने जायेगे।
तो मिलते हैं एक ब्रेक के बाद🙏
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